➤ बीच सत्र में टीचरों की रिटायरमेंट नहीं होगी
➤ 1700 से अधिक नई सरकारी नौकरियों की घोषणा
➤ आपदा प्रभावितों के लिए 100 करोड़ की मदद स्वीकृत
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंडी जिले के सरकाघाट में ध्वजारोहण किया और राज्यवासियों को कई महत्वपूर्ण सौगातें दीं। तेज बारिश के बीच आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में उन्होंने ओपन जीप में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया और सेना, पुलिस, NCC, NSS के स्वयंसेवकों द्वारा निकाली गई परेड की सलामी ली।
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब प्रदेश के स्कूल, कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और पॉलिटेक्निक कॉलेज में शिक्षकों की रिटायरमेंट केवल शैक्षणिक सत्र के अंत में होगी। इससे छात्रों की पढ़ाई के बीच में किसी तरह का व्यवधान नहीं होगा।
आपदा प्रभावित परिवारों को राहत देने के लिए उन्होंने 100 करोड़ रुपये की नई किश्त जारी करने का ऐलान किया। रोजगार की राह देख रहे युवाओं के लिए उन्होंने बड़ी घोषणाएं करते हुए बताया कि सरकार जल्द ही पटवारी के 600 पद, जेबीटी के 600 पद, पंचायत सचिव के 300 पद और डॉक्टरों के 200 पद भरेगी।
एक अन्य अहम घोषणा में सीएम सुक्खू ने अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी को नेरचौक से सरकाघाट शिफ्ट करने का निर्णय भी सुनाया, जिससे क्षेत्र में मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
कार्यक्रम में प्रदेशभर में भी मंत्रियों और अधिकारियों ने ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने ऊना, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला के रिज मैदान, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने सोलन, कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने धर्मशाला, उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने चंबा, बागवानी एवं राजस्व मंत्री जगत नेगी ने किन्नौर में ध्वजारोहण किया।
इसके अलावा, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बिलासपुर, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने हमीरपुर, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नाहन सिरमौर, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने केलांग लाहौल-स्पीति और आयुर्वेद मंत्री यादवेंद्र गोमा ने कुल्लू में ध्वजारोहण किया।
तेज बारिश के बावजूद मंडी की सड़कों पर निकली परेड और उत्साहपूर्ण माहौल ने यह साबित किया कि हिमाचल का जज्बा मौसम से कहीं अधिक मजबूत है।



